भारत को दुनिया में कौन नही जानता। भारत पूरी दुनिया में अपनी विविधता के लिए जाना जाता है। यह विविधता जलवायु में नहीं बल्कि पूरे भारत में बोली जाने वाली भाषाओं से लेकर भारत में खान पान में भी देखा जा सकता है। तो दोस्तो हम सब जानते हैं कि भारत राज्यों का संघ है, भारत का हर राज्य अपने आप में अलग अलग विशेषता लिए हुए है। लेकिन क्या कभी आपका ध्यान हमारे देश के अलग अलग राज्यों के नामों पर गया? आखिर कैसे भारत के राज्यो को उनका नाम दिया गया होगा। आज के इस आर्टिकल में हम आपको भारत के राज्यो के बारे में कुछ रोचक जानकारी देने वाले है की कैसे आखिर भारत के इन राज्यो को उनका नाम दिया गया। हम आपको कुछ ऐसे ही रोचक सवालों का जवाब देने जा रहे हैं। तो दोस्तो हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़िएगा जरूर क्योंकि ये आपके सामान्य ज्ञान और भारत के प्रति आपके ज्ञान को और बढ़ाएगा।
जम्मू और कश्मीर
अगर आप भारत का नक्शा देखेंगे तो सबसे ऊपर जम्मू और कश्मीर को पाएंगे। वैसे तो आज ये राज्य से केंद्र शासित प्रदेश में बंट चुका है और इसे भी 2 भागो में बांटा गया है एक जम्मू कश्मीर और एक लद्दाख। तो हम पहले की तरह दोनो को एक ही मानकर बात करेंगे। यह राज्य अपने नाम की तरह ही बेहद खूबसूरत है। आखिर आपने भी कभी न कभी जम्मू और कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में खुद की बाइक को लेकर घूमने जाने का सोचा तो जरूर होगा।

इस राज्य को बहुत समय पहले “ऋषि कश्यप की घाटी” के नाम से जाना जाता है और इन्ही के नाम पर इस राज्य का नाम कश्मीर रख दिया गया। दरअसल संस्कृत भाषा में “क” क्या मतलब पानी और “शिमिरा” का मतलब होता है सूख जाना या फिर जम जाना । यानी कश्मीर शब्द का अर्थ होता है पानी का जम जाना। अब हम सब लोग इस चीज से तो वाकिफ है ही की कश्मीर अपने ठंड के लिए और वहां की बर्फ के लिए पूरी दुनिया में ही विख्यात है। यहां पर साल के लगभग 4 से 5 महीने पानी पूरी तरह जम जाता है या फिर वहां बर्फ ही पड़ी रहती है। और कश्मीर राज्य के कुछ हिस्से तो ऐसे भी है जहां पर साल के पूरे 12 महीने ही वे जगहें बर्फ से ढकी रहती है। और वर्ग में तब्दील हो जाता है। ये थी कश्मीर के नाम के पीछे की वजह। अब बात करते है जम्मू के नाम की वजह की। तो जम्मू का नाम वहां पर शासन करने वाले शासक के नाम पर पड़ा जिनका नाम था जम्मू लोचन।
हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश यह राज्य भी काफी हद तक अपनी प्रकृति के हिसाब से कश्मीर की तरह ही है। दिल्ली जैसे शहरों के लोग तो दिल्ली में गर्मी पड़ने पर कुछ दिन के लिए हिमाचल प्रदेश की वादियों में और यहां की ठंडी प्रकृति का नजारा देखने के लिए आ जाते है।

अगर बात करे हिमाचल के नाम के पीछे की कहानी की तो दोस्तों हिमाचल प्रदेश का नाम उसी के नाम के पीछे छुपा हुआ है। हिमाचल 2 शब्दो से मिलकर बना हुआ है हिम+आंचल। जिसमे हिम का मतलब होता है बर्फ होता है और आंचल का मतलब होता है गोद में। जिसका मतलब होता है बर्फ की गोद में। इन दोनो शब्दो को आपस में जोड़ कर हिमाचल शब्द का निर्माण हुआ है। तो ये थी हिमाचल नाम के पीछे की कहानी।
पंजाब
पंजाब एक ऐसा राज्य जो हमारे देश में अनाज का सबसे ज्यादा उत्पादन करता है। और हम सब जानते हैं कि पंजाब को पांच नदियों की भूमि के रूप में जाना जाता है क्योंकि पंजाब राज्य में पांच नदियां बहती हैं। यह नदियां कुछ इस प्रकार है, सतलुज, झेलम, ब्यास, चेनाब और रवि। इसी के चलते इसका नाम पंजाब पड़ा।

और अगर पंजाब शब्द भी बात करें तो पंजाब को एक इंडो ईरानियन (Indo-Iranian) पंज से लिया गया है इस पंज शब्द का मतलब होता है पांच। और आब मतलब होता है पानी। और इन्ही 2 शब्दो से मिलकर बना है पंजाब।
हरियाणा
अब बात करते है हरियाणा राज्य की। यह राज्य हरियाणा भी पंजाब राज्य का एक पड़ोसी राज्य है। और पंजाब की तरह ही यह राज्य भी कृषि के क्षेत्र में पंजाब से कुछ कम नहीं है। यह राज्य भी भारत जैसे बड़े देश का पेट भरने में काफी आगे है।

अगर हरियाणा शब्द की बात करे तो यह शब्द हरि और आना इन दोनो शब्दो को जोड़कर बनाया गया है। इसमें हरि शब्द का अर्थ विष्णु होता है और आना शब्द का अर्थ तो हम सब जानते ही है। आना शब्द का मतलब होता है किसी को बुलाना या किसी का आ जाना। तो इस पूरे हरियाणा शब्द का अर्थ होता है विष्णु को बुलाना। अब हम हरियाणा शब्द के धार्मिक ग्रंथों में इसका मतलब जान लेते है। तो हम यह तो जानते कि धार्मिक ग्रंथों के अनुसार हरियाणा के कुरुक्षेत्र में महाभारत का युद्ध चला था और श्री कृष्ण जी यहां आए थे, जोकि भगवान श्री विष्णु के ही एक अवतार थे।
उत्तर प्रदेश
अब हरियाणा के बारे में तो हमने जान ही लिया है अब जानते है हमारे देश में जनसंख्या के लिहाज से सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के बारे में। वैसे तो उत्तर प्रदेश की जनसंख्या 20 करोड़ से ऊपर ही है। और यह भारत का जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा राज्य है। और इसकी जनसंख्या हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान के लगभग बराबर ही है। और उत्तर प्रदेश की जनसंख्या दुनिया में कई देशों से भी ज्यादा है।

अब बात करते है आखिर उत्तर प्रदेश का नाम कैसे पड़ा। जैसा की इस राज्य के नाम में ही आता है “उत्तर”, उत्तर एक दिशा है और यह राज्य भी भारत के उत्तर दिशा में ही है। इसलिए इस राज्य का नाम उत्तर प्रदेश पड़ा।
उत्तराखंड
अब बारी है उत्तर प्रदेश के पड़ोसी राज्य और हिमालय की गोद में बसे राज्य उत्तराखंड की। वैसे तो यह राज्य भी हिमाचल की तरह ही ठंडा और प्राकृतिक दृष्टि से भी बहुत सुंदर राज्य है। इस राज्य में भी प्राकृतिक सौंदर्य इतना है की लोग यहां घूमने के लिए देश विदेशो से आते है।

साल 2000 में उत्तर प्रदेश से अलग इस राज्य को पहले हम उत्तरांचल के नाम से जानते थे। जिसका अर्थ होता है उत्तर का आंचल। लेकिन इस राज्य का नाम 2007 में बदलकर उत्तराखंड कर दिया गया था। जिसका अर्थ होता है किसी भी क्षेत्र का ऊपरी हिस्सा। थोड़ा सा समझ लेते है। इसमें उत्तर का मतलब तो आप जानते ही हो । उत्तर का मतलब उपर या उत्तर दिशा और खंड का मतलब होता है क्षेत्र। इसलिए इसका नाम उत्तराखंड कर दिया गया था।आपको क्या लगता है उत्तरांचल अच्छा नाम था फिर अभी का उत्तराखंड कॉमेंट सेक्शन में जरूर बताइएगा।
राजस्थान
राजस्थान, भौगोलिक दृष्टि से देखा जाए तो यह भारत में स्थित सबसे बड़ा राज्य है। इस राज्य में हमारे देश का सबसे बड़ा रेगिस्तान थार रेगिस्तान भी मौजूद है। वैसे तो लोग रेगिस्तान से ऐसा समझते है की यहां पर पानी की किल्लत होगी और रेत की आंधी भी आती होगी जो कहना सरासर गलत है। कुछ मायनों में ये सही भी है लेकिन भारत में कई ऐसे राज्य है जो बिना रेगिस्तान के भी जहां पर पानी की किल्लत देखने को मिलती है। राजस्थान में कई बड़े बड़े राजाओं ने निवास किया था। यहां पर आज भी उनके बनाए गए किले देखे जा सकते है। और सायद आप में से कई लोग ये नही जानते होंगे कि प्राचीन समय में इस राज्य हो राजपूताना नाम से भी जाना जाता था। जिसका अर्थ होता है राजपूतों का शहर।

अब बात करते है इसके नाम के पीछे के कारण का, यह नाम संस्कृत शब्द राजा से लिया गया है। और स्थान शब्द का मतलब आप जानते ही है। इसलिए राजस्थान का मतलब राजाओं का स्थान हुआ। और यही रीजन है ही इस राज्य का नाम राजस्थान पड़ा।
गुजरात
अब बात करते है उत्तर भारत में ही स्थित एक और राज्य और राजस्थान का पड़ोसी राज्य गुजरात की। गुजरात तो अपनी बोली और और अपने खानपान के लिए काफी मशहूर है। और इसी के साथ गुजरात में गरबा जैसे डांस पूरे भारत में ही मशहूर है। और इसका कुछ श्रेय तो आपको भी पता है किसको जाता है। अगर नही पता तो कॉमेंट में बताए और अगर पता है तो इसपर अपनी प्रतिक्रिया कॉमेंट के माध्यम से दे सकते है। साथ ही साथ इस राज्य में स्थित है भारत का मशहूर राष्ट्रीय उद्यान जिसका नाम है गिर, जो की एशियाई शेरो के लिए काफी मशहूर है।

गुजरात राज्य के नाम के पीछे की कहानी का। गुजरात शब्द गुज्जरा शब्द से आया है। दरअसल इस स्थान पर 8वीं शताब्दी तक गुर्जरों का शासन हुआ करता था। जिस वजह से इस भूमि को गुजरात नाम दिया गया।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र भारत का सबसे धनी राज्य। जो कि जीडीपी के लिहाज से भी भारत की जीडीपी में इस राज्य का योगदान सबसे ज्यादा है। इसी राज्य में स्थित है है हमारे देश का सिनेमा जगत मतलब की बॉलीवुड। वैसे तो ये राज्य बहुत खूबसूरत होने के साथ साथ समुद्र के किनारे भी बसा हुआ है जिससे इस राज्य की खूबसूरती में चार चांद भी लग जाते है। जनसंख्या की दृष्टि से भी यह राज्य भारत के कई राज्यों से आगे है। इसकी राजधानी मुंबई की जनसंख्या ही 2.5 करोड़ से ऊपर है जो की कई राज्यों से ज्यादा है।

महाराष्ट्र राज्य के नाम के पीछे की कहानी का। तो दोस्तो इसके नाम के बीच एक कई तरह की कहानियां हैं ये नाम भी संस्कृत शब्द से बना हुआ है। जिसमे महा का मतलब महान होता है और राष्ट्र का मतलब देश। यानी की महान देश। महाराष्ट्र को इसके पहले से राष्ट्रिका भी कहा जाता था। महाराष्ट्र में जो राष्ट्र शब्द है उसका प्रभाव या है तो ये ये राष्ट्र शब्द महाराष्ट्र के राष्ट्रकूट वंश के शासन की वजह से रखा गया है।
गोवा
गोवा की जब भी बात आती है तो बहुत लोगो के घूमने और गोवा के समुंद्र के बीच पर जाने का सपना याद आता है। शायद आप या आपके दोस्त गर्मियों की छुट्टियों में गोवा घूमने का प्लान बना रहे होंगे या फिर कभी न कभी बनाया होगा। और हो सकता है आप में से कई लोग गोवा घूम कर भी आए होंगे। गोवा एक ऐसा राज्य जो समुंद्र के किनारे पर बसा हुआ है और अगर भौगोलिक दृष्टि से देखा जाए तो इस राज्य का चेत्रफल भारत में स्थित सभी राज्यो में से सबसे कम है। मतलब यह राज्य भारत का सबसे छोटा राज्य है।

अब बात करे इसके नाम के पीछे के कारण का तो आखिर इसका नाम गोवा ही क्यों रखा गया। तो दोस्तो हम आपको बता देते है इस नाम के पीछे कोई पुख्ता सबूत नहीं है मतलब की आजतक किसी को भी नही पता की इसका नाम गोवा ही क्यों रखा गया। लेकिन कई विशेषज्ञों का अनुमान है की इसका नाम संस्कृत से लिया गया है। संस्कृत में गौ शब्द का मतलब होता है। और कुछ लोगो का मानना है की यह गोवा शब्द पुर्तगाली या फिर यूरोपीय शब्द है।
यह भी पढ़े: भारत में आपातकाल क्यों लगाया गया इसके पीछे क्या कारण थे ?
उत्तर पश्चिम भारत के राज्यो के बारे में तो हमने जान ही लिया है की उनका नाम कैसे पड़ा अब चलाते है भारत के 4 पूर्वी राज्यों की तरफ और जानते है उनके नाम के पीछे का कारण।
बिहार
सबसे पहले बात करते हैं भारत के पूर्व में स्थित बिहार राज्य की। बिहार राज्य को कौन नहीं जानता यह राज्य आए दिन अपने राजनीतिक दृष्टि से भी खबरों में बना रहता है। और बिहार में स्थित नालंदा विश्व विद्यालय भी काफी प्रख्यात है। जो कि विश्व की सबसे पुरानी विश्वविद्यालयों की सूची में सबसे प्रथम स्थान पर रहता है। बिहार का इतिहास काफी पुराना है चाहे वैदिक काल से लेकर हो या फिर हमारे देश की आजादी में भी बिहार का काफी बड़ा योगदान रहा है।

अब बात करते है इसके नाम के पीछे के कारण का । तो बिहार शब्द संस्कृत शब्द विहार से बना हुआ है। इस विहार शब्द का मतलब होता है कि किसी जगह पर बसेरा डालना। और प्राचीन समय में बौद्ध धर्म के लोगों ने इसी जगह पर अपना देश बनाया था।
झारखंड
2002 में झारखंड बिहार राज्य से अलग हुआ था। झारखंड अपने खनिज संपदा का सबसे बड़ा राज्य है। यह खनिज संपदा से भरा हुआ राज्य है। यहां पर कोयला, चुना पत्थर, हेमेटाइट, मैग्नेटाइट, बॉक्साइट, ग्रेफाइट और सिलिका जैसे कई और खनिजों का भंडार है। जो किसी भी लिहाज से भारत में सबसे ज्यादा मौजूद है।

जैसा की विहार शब्द का निर्माण संस्कृत के शब्द से हुआ था वैसे ही झारखंड राज्य का नाम भी संस्कृत के शब्द से बना हुआ है जिसमे झार का मतलब जंगल होता है और खंड का तो आपको पहले ही पता है जब उत्तराखंड की बात की थी। इसमें खंड का मतलब क्षेत्र होता है। तो हम झारखंड को जंगलों का क्षेत्र भी कह सकते है। और शायद आपको झारखंड के एक और नाम के बारे में जानकारी नहीं होगी। वैसे तो झारखंड या फिर विहार के कुछ लोगो को जानकारी होगी। लेकिन जिनको नही पता उन्हें हम बता देते है तो दोस्तो झारखंड को एक और नाम से भी जाना जाता है जिसका नाम है छोटा प्रदेश। इस नाम के पड़ने के पीछे का कारण यह है की झारखंड छोटानागपुर के पठार में बसा है इसलिए इसे इस नाम से जाता है। और अगर बात करे मुगल काल की तो उस समय झारखंड क्षेत्र को कुकरा नाम से जाता था।
ओडिशा
ओडिशा भारत का एक और खूबसूरत राज्य जोकि अपने पर्यटन स्थलों, समुंद्र के तटों और खासकर प्रसिद्ध और दार्शनिक मंदिरों के लिए जाना जाता है। जहां पर जगन्नाथ पुरी और कोणार्क का सूर्य मंदिर काफी ज्यादा खूबसूरत होने के साथ साथ यहां पर दर्शन करने वाले लोगो की मनोकामना भी पूरी होती है।

इस राज्य को पहले उड़ीसा नाम से भी जाना जाता था लेकिन बाद में इसे बदलकर ओड़िशा कर दिया गया। अब बात करते है ओड़िशा नाम की, कि ये नाम कैसे दिया गया इसको। वैसे तो इसका नाम भी भारत के कई राज्यों की तरह ही संस्कृत के शब्दो से लिया गया है, यह नाम संस्कृत के शब्द ओड्र से लिया गया है। ओड्र का मतलब होता है वे लोग जो मध्य भारत या मध्य में निवास करते है। और इसकी स्थापना भागीरथ वंश के शासक ओड ने किया था। और उन्होंने ने ही इसका नाम उस समय ओड्र राज्य रखा था। वैसे तो प्राचीन काल में ओडिसा को कलिंग के नाम से भी जाना जाता था। क्योंकि ओडिशा में राजकुमार कलिंग ने भी शासन किया था जिस वजह से उन्होंने इसका नाम अपने नाम पर रख दिया और बहुत समय तक इसे कलिंग के नाम से भी जाना जाने लगा।
पश्चिम बंगाल
पूर्वी भारत की सूची में सबसे आखिरी नंबर पर जो राज्य है उसका नाम है वेस्ट बंगाल या फिर पश्चिम बंगाल। पश्चिम बंगाल भी वैसे तो अपने खूबसूरत शहर कोलकाता के लिए पूरे विश्व में काफी प्रसिद्ध है। अंग्रेजो के जमाने में पश्चिम बंगाल अंग्रेजो का सबसे खास राज्य था और इस समय भारत की राजधानी दिल्ली नही बल्कि जो आज पश्चिम बंगाल की राजधानी है वही हुआ करती थी जोकि कोलकाता है।

अगर अब हम बात करे इसका नाम कैसे पड़ा तो यह नाम भी संस्कृत शब्द वांग से लिया गया है। लेकिन जैसे जैसे समय गुजरता गया वैसे वैसे हर राज्यो और हर जगहों की तरह भी इसका नाम बदलता गया। अगर बात करे पारसी लोगो की तो वह लोग इसे बंगलाह नाम से पुकारते थे और वही पर हिंदी भाषी लोग इसे बंगाल के नाम से पुकारने लगे। और यह राज्य भारत के पश्चिम में स्थित है तो इसे पश्चिम बंगाल के नाम से ही लोग जानने लगे।
मध्य प्रदेश
मध्यप्रदेश जो की भारत के बीचों बीच का राज्य है। और यह के सबसे बड़े शहर इंदौर को आखिर कौन नहीं जानता यह शहर भारत का सबसे सुंदर और सबसे स्वच्छ सहारो की सूची में काफी सालो से नंबर 1 बना हुआ है।

और अगर बात करे इसके नाम के पीछे का, कि इसको मध्य प्रदेश नाम क्यों दिया गया तो दोस्तो हमारे भारत में बहुत से राज्यो का मतलब उनके नाम में ही छिपा हुआ है ऐसे ही मध्य प्रदेश का नाम भी इसी में है। क्योंकि यह राज्य भारत के मध्य में यानी की हमारे देश भारत के बीचों बीच स्थित है इसलिए इस राज्य का नाम मध्य प्रदेश रखा गया।
छत्तीसगढ़
वैसे तो वैदिक काल या कहे तो पौराणिक काल से ही छत्तीसगढ़ को कई संस्कृतियों का केंद्र माना जाता रहा है। यहां पर विभिन्न प्रकार की संस्कृतियों का जन्म और उनका विकास हुआ है। इस राज्य में देश के सबसे बड़े झरने उपस्थित है। और झरने के साथ साथ यह पर कई सौ साल पुराने गुफाएं भी है। यह एक ऐसा राज्य है जिसमे इस राज्य का काफी सारा क्षेत्रफल हरे भरे जंगलों से ढका हुआ है। और इन जंगलों में दुर्लभ वन्य जीवन भी काफी अच्छे से अपना जीवन व्यतीत करता है। इसके साथ ही यह राज्य प्राचीन स्मारकों के लिए भी बहुत विख्यात है। यहां पर अति घुमावदार मंदिरों को भी देखा जा सकता है। इसी के साथ साथ यह राज्य बौद्ध धर्म का प्रमुख स्थल भी रहा है। छत्तीसगढ़ को हम पहाड़ी पठारो का घर भी कहते है।

छत्तीसगढ़ को इसको प्राचीन काल में दक्षिण कोसला नाम से जाना जाता था लेकिन इस बात की आज तक कोई सही प्रकार से पुष्टि नहीं कर पाया है। छत्तीसगढ़ का नाम इसके 36 किलों की वजह से पड़ा क्योंकि यहां पर 36 किले मौजूद है। इसलिए आज हम इसे छत्तीसगढ़ के नाम से जानते है।
आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश में गोदावरी और कृष्णा नदी यहां की प्रमुख नदियों में से एक है जोकि इस राज्य के कृषि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। वैसे आंध्र प्रदेश धन की खेती या कहे तो चावल उत्पादन में हमारे देश का एक महत्वपूर्ण भूमिका भी प्रदान करता है। और शायद यह जानकर आपको आश्चर्य होगा की आंध्र प्रदेश में वर्जीनिया नाम के तंबाकू का भारी मात्रा में उत्पादन भी होता है। इस तंबाकू का 4/5 भाग का उत्पादन इसी राज्य से होता है।

तो आंध्र प्रदेश में जो आंध्र शब्द है यह शब्द संस्कृत शब्द ये लिया गया है इस शब्द का मतलब होता है दक्षिण। और आंध्र प्रदेश में ही ऐसी जगह में जहां पर जन जातियों का आवास है जिन्हें आंध्रा नाम से जाना जाता है। और मौर्य काल का जो इतिहास है उसे हम आंध्र पृष्टि के रूप में जानते है। जिसका मतलब नौकर शाह होता है।
कर्नाटक
दक्षिण भारत का राज्य कर्नाटक वैसे तो उत्तर भारत में अपनी फिल्मो के लिए काफी प्रसिद्द है, लेकिन कर्नाटक अपने मंदिरो और बहुत से पर्यटन स्थलों के लिए भी जाना जाता है। यहाँ पर बहुत ही प्रख्यात और बहुत पुराण हिन्दू मंदिर हम्पी भी है। वैसे तो यह आज के समय में एक खंडहर से ज्यादा कुछ नहीं है लेकिन यूनिस्को द्वारा इसे यूनेस्को (UNESCO) द्वारा विश्व विरासत केंद्र या World Heritage Center का दर्जा दिया गया है। इसी के साथ कर्नाटक हूली मंदिर, जोग फॉल्स और यहाँ के चन्नापटना खिलौनों के लिए भी काफी प्रसिद्द है।

कर्नाटक शब्द का निर्माण करो से हुआ है जिसका मतलब गगनचुम्बी या फिर आसमान को छू लेने वाला होता है। यह राज्य दक्कन के पठार का क्षेत्र है जोकि काफी ऊंचा क्षेत्र हुआ करता था। बस यही वह वजह है जिस कारण इस राज्य का नाम कर्नाटक रखा गया।
केरल
केरल एक ऐसा राज्य है जो साक्षरता की दृष्टि से भारत का सबसे ज्यादा साक्षर राज्य है। केरल की साक्षरता दर 100 प्रतिशत है। यानी कि अगर आप केरल में जाओगे तो यहाँ पर आपको सभी लोग पड़े लिखे मिलेंगे और यहाँ पर कोई अनपढ़ या जो पढ़ा लिखा न हो वो ढूंढकर भी नहीं मिलने वाला। केरल वैसे तो अपने प्राचीन आयुर्वेदिक परम्परा के लिए भी जाना जाता है। और इसी के साथ साथ केरल में बहुत सी खूबसूरत जगहे भी मौजूद है जिनमे ब्लू हिल्स, बैकवाटर और समुद्र तट जैसी जगहे भी शामिल है।

केरल नाम के साथ भी एक संस्कृतिक मत जुड़ा हुआ है। मतलब यह शब्द या यह नाम भी संस्कृत से लिया गया है। संस्कृत में केरल का मतलब एक जुड़ी हुई भूमि होता है। और अगर हम इसे दूसरे शब्दो में कहे तो यह समुद्र से निकली एक आकस्मिक भूमि है क्योंकि यह क्षेत्र समुद्र के किनारे पर स्थित है।
तेलंगाना
2 जून 2014 को तेलंगाना राज्य आंध्र प्रदेश से अलग हुआ था। और यह भारत के एक और राज्य का दर्जा दिया। तेलंगाना वैसे तो बहुत पहले से ही प्रसिद्द है क्यूंकि यह बहुत समय तक आंध्र प्रदेश का हिस्सा रहा है, और तेलंगना की राजधानी हैदराबाद है , हैदराबाद को वैसे तो ‘मोतियों का शहर’ भी कहा जाता है। और इसी के साथ यहाँ की मशहूर हैदराबादी बिरयानी को कोई कैसे भूल सकता है। और तेलंगाना में ही भारत का सबसे बड़ा मस्जिद भी स्थित है। इसी के साथ तेलंगाना चारमीनार के लिए भी काफी ज्यादा प्रसिद्ध है।

तेलंगाना शब्द के निर्माण के पीछे धार्मिक आस्था जुड़ा हुआ है। क्यूंकि तेलंगाना शब्द का निर्माण त्रिलंग शब्द से हुआ है। जिसका अर्थ होता है शिव भगवान के तीन लिंग। और इसी के चलते इसका नाम तेलंगाना रखा गया।
तमिलनाडु
ऐतिहासिक दृष्टि से देखा जाए तो तमिलनाडु दक्षिण भारत का एक खास राज्य है क्यूंकि यहाँ पर चोलों, चेरों और पल्लवों जैसे कई महान राजाओ और उनके राजवंशो का जन्म और इसी के साथ यही पर उनका पतन भी हुआ। और तमिलनाडु अपने धार्मिक मान्यताओं से लेकर के अपनी संस्कृति के लिए भी काफी विख्यात है। अगर बात करे यहाँ के प्रमुख स्थलों या फिर पर्यटक स्थलों के बारे में तो तमिलनाडु में मौजूद है भारत का सबसे प्रसिद्द मीनाक्षी मंदिर और इसी के साथ ऊटी जैसा काफी खूबसूरत पर्यटक स्थल भी यहाँ पर मौजूद है।

तमिलनाडु शब्द में तमिल शब्द का मतलब होता है मीठा शरबत और नाडु शब्द का मतलब जन्मभूमि होता है। यह नाडु शब्द तमिल भाषा का ही शब्द है। यानी की तमिलनाडु शब्द का मतलब तमिलों का घर होता है।
अब बारी है भारत के सबसे खूबसूरत और सबसे महत्वपूर्ण राज्यों की। इन राज्यों को हम सात बहनो या फिर सेवन सिस्टर के नाम से भी जानते है। तो चलिए जानते है क्या है इन राज्यों के नाम के पीछे की कहानी।
अरुणाचल प्रदेश
वैसे तो अरुणाचल प्रदेश भारत के सबसे छोटे राज्यों की श्रेणी में ही आता है। और इस राज्य में हरे भरे जंगलो से लेकर यहाँ की संस्कृति और प्राचीन सुंदरता के लिए भी इस राज्य को जाना जाता है। अगर आप यहाँ घूमने का मन बनाते है तो आपको यहाँ पर रिवर राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग जैसे कई अन्य सुविधाओं का आनंद लेने को मिलेगा।

अरुणाचल प्रदेश के नाम की उत्पत्ति अरुण शब्द है। इसमें अरुण शब्द का मतलब सुबह की ज्योति या सुबह का उजाला होता है। और अंचल का मतलब गोद होता है। जिसका मतलब यह हुआ की सुबह की ज्योति की गोद में।
मेघालय
मेघालय ऐसा राज्य है जो बादलो का घर के रूप में भी जाना जाता है। और मेघालय ही वह राज्य है जहाँ पर पूरे भारत में सबसे ज्यादा वर्षा होती है। मेघालय अपनी हरी भरी प्रकृति और सुन्दर जंगलो के रूप में भी प्रसिद्द है। यहाँ की प्राकृतिक सबदरता का नज़ारा ही कुछ अलग है। मेघालय में 325 से अधिक प्रकार के ऑर्किड्स भोई पाए जाते है। इसी की वजह से मेघालय और ज्यादा प्रसिद्धि हासिल करता है।

मेघालय शब्द का निर्माण मेघ और आलय शब्द को मिलकर बनाया गया है। जिसमे मेघ मतलब बादल होता है और आलय मतलब होता है। मेघालय का मतलब हुआ बादलो का घर।
मणिपुर
मणिपुर भारत का एक और खूबसूरत राज्य है जहाँ की खूबसूरती देखने लायक है। यहाँ पर बहुत सारे पर्यटन स्थल भी मौजूद है जो किसी भी लिहाज से बड़े राज्यों से काम नहीं है। मणिपुर में स्थित लोकटक झील यहाँ का सबसे प्रसिद्द पर्यटन स्थल है। इसके साथ साथ यहाँ का खान पान यहाँ के रीति रिवाज और यहाँ के दार्शनिक स्थल भी काफी ज्यादा मोहक है।

अगर अब हम मणिपुर के नाम के पीछे करना जानेंगे तो यह इसी के नाम में उपस्थित है मणिपुर मतलब मणियों का शहर होता है।
असम
असम राज्य को Seven sister या फिर साथ बहनो का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। क्यूंकि इन सात राज्यों का रास्ता असम से ही होकर गुजरता है। इस राज्य में भारत का सबसे अधिक खनिज तेल भी पाया जाता है। इसी के साथ असम में चाय के सबसे बड़े बागान मौजूद है और यह अपनी स्वादिष्ट चाय के लिए दुनियाभर में बहुत प्रसिद्द है।

असम शब्द का निर्माण या इसकी उत्पत्ति अहोम शासकों की वजह से हुआ है। जिन्होंने असम पर लगभग 60 सालो तक राज किया था। और इसी के साथ असम शब्द का निर्माण इंडो-ईरानियन शब्द से भी हुआ है इसका मतलब अनियमित होता है।
मिजोरम
मिजोरम राज्य उत्तर पूर्व भारत का एक अनोखा और खूबसूरत राज्य है। यह राज्य अपने बहुत ही खूबसूरत झरनो और बांस के जंगलो से लेकर ख़ूबसूरत घाटियों के लिया भी विश्व विख्यात है। और इसी के आठ यह राज अपने धन की खेती या फिर कहे तो चावल की खेती के लिए भी काफी मशहूर है।

मिजोरम राज्य की उत्पत्ति २ शब्दों से मिलकर बना है। जिसमे मि का मतलब लोग होता है और जो शब्द का मतलब ऐसे लोग जो पहाड़ो में रहते है। इसलिए इसे मिजोरम कहा जाता है मतलब पहाड़ो में रहने वाले लोग।
त्रिपुरा
त्रिपुरा राज्य में भगवान जगन्नाथ का एक प्रसिद्ध मंदिर है जहाँ पर लोग बहुत दूर दूर से दर्शन करने के लिए आते है और यह मंदिर हिंदू शैली में बना हुआ है। इसी के साथ यहाँ पर बहुत सारे प्राचीन मंदिर भी है। इसी के साथ यह संस्कृति और पर्यटन स्थलों की श्रेणी में भी काफी ऊपर आता है। त्रिपुरा में ऐतिहासिक हिंदू और बौद्ध मंदिरों और रॉक नक्काशी जैसे काफी सारे पर्यटक स्थल भी है।

त्रिपुरा शब्द की बात की जाए तो ये शब्द भी 2 शब्दों से मिलकर बना हुआ है। जिसमे ताई शब्द का मतलब पानी होता है और पारा शब्द का मतलब पास होता है।
नागालैंड
नागालैंड सुन्दर पौधों, जानवरों, सुन्दर पक्षियों, पहाड़ का घर है। यहाँ पर इन सबकी बहुत साड़ी प्रजातियां देखने को मिलती है। यहाँ पर इतने अधिक मात्रा में पक्षियों की प्रजाति देखने को मिल जाती है कि जिसके कारण इसको “द फाल्कन कैपिटल ऑफ द वर्ल्ड” नाम का भी दर्जा दिया गया है। नागालैंड में कोहिमा, ज़ुकोऊ घाटी, लोंगलेंग, कचहरी खंडहर, और दीमापुर जैसे कई और महत्वपूर्ण और ख़ूबसूरत पर्यटन स्थल भी उपस्थित है।

अगर देखा जाए तो नागालैंड शब्द का निर्माण बर्मा या फिर बर्मी भाषा के शब्द नाका से हुआ था। इस नाका शब्द का मतलब नागा होता है और नागा यानि की ऐसे लोग जिनके नाक और कान में छेद बने हुए हो।
सिक्किम
अब बात करते है हमारी सबसे आखिरी राज्य सिक्किम की। वैसे तो यह भारत का सबसे कम जनसंख्या वाला राज्य है। जिसकी जनसंख्या मात्रा 6 लाख है। जो लोग प्रकृति से प्यार करते है और उन्हें प्राकृतिक चीजे पसंद है तो ऐसे लोगो के लिए यह सिक्किम राज्य किसी जन्नत से कम नहीं है। और सिक्किम में ही तीसरा सबसे बड़ा पर्वत मौजूद है जिसका नाम कंचनजंगा है।

सिक्किम शब्द का निर्माण लिम्बू मूल के 2 शब्दों को मिलकर बनाया गया है। जिसमे सू शब्द का मतलब दया यानी करुणा होता है और और किम का अर्थ महल होता है।
निष्कर्ष
तो ये था भारत के सभी राज्यों और उनके नाम के पीछे का कारण। आशा करते है की आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा। जिसमे हमने आपको भारत के सभी राज्यों के नाम कैसे पड़ा इसके बारे में महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई। चाहते है की ऐसे ही और भी आर्टिकल आपके साथ साझा करे तो कृपया हमारा ये वेबसाइट दूसरी बार भी जरूर देखे।