बारकोड क्या होता है what is barcode in hindi 2023

“बारकोड” ये शब्द तो आपने कई बार सुना होगा। और बार कोड देखा भी होगा। जब भी आप लोग कोई सामान खरीदते हो या फिर आप लोग कही शॉपिंग करने जाते हो तो वहां पर आपको जो सामान पैकिंग में होता है या कहे तो जो सामान आप खरीदते हो अगर वो सामान किसी पैकेट में बंद हो तो उसपे एक बार कोड होता है। ऐसे ही जब आप कपडे खरीदने जाते हो और फिर उसका बिल देने के लिए जाते हो तो काउंटर पे भी उन कपड़ो या सामान का बार कोड स्कैन किया जाता है जिससे उस सामान की कीमत और उसका नाम जैसे जानकारियां उपलब्ध हो जाती है।

जो भी सामान खरीदते हो उसपे एक काली और सफ़ेद रंग की लाइन मौजूद होती हैv यही वह लाइन है जिसपे साड़ी जानकारियां मौजूद होती है। जिससे किसी भी सामान के बारे में आसानी से पता किया जा सकता है। तो दोस्तों आज हम इसी बार कोड के बारे में आपको ऐसी जानकारिया उपलब्ध कराने जा रहे है जिसके बारे में सायद आपको मालूम ना हो। तो दोस्तों इस आर्टिकल को पूरा पढियेगा जरूर जिससे आपको नॉलेज के साथ साथ बार कोड का इतिहास और उससे जुडी जानकारियां प्राप्त होंगी।

बारकोड क्या होता है और यह कैसे काम करता है?

जैसा कि मैंने आपको ऊपर बार कोड के बारे में थोड़ी सी जानकारी उपलब्ध कराई है। बारकोड, मशीन के द्वारा पढ़ने वाला एक कोड है। जिसमे सफ़ेद और काले रंग के अलग अलग लाइन मौजूद होती है। और इन लाइन के नीचे कुछ अंको का नंबर भी होता है। यह बार कोड वस्तुओ या कहे तो सामान को ट्रैक या फिर उन वस्तुओ की जानकारियां उपलब्ध कराने के लिए किया जाता है। इस बारकोड में पहले से मौजूद जानकारी को एक बारकोड स्कैनर या कहे तो बार कोड रीडर के द्वारा स्कैन करके प्राप्त किया जाता है।

बारकोड

बारकोड का उपयोग सामान्यतः हम किसी सामान या फिर किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक चीजों से लेकर या फिर कहे तो जो भी वस्तुए किसी पैकेट में होती है तो उन वस्तुओ की जानकारी इस बार कोड में के अंदर होता है। जोकि आम इंसान के द्वारा इसे पढ़ा नहीं जा सकते है।

इस बार कोड को पढ़ने के लिए किसी शॉप में या फिर जहा से भी आप कोई सामान लेते हो वह पर एक बारकोड स्कैनर जरूर होता है। जिससे इसमें छुपी जानकारियां आसानी से हमें पता चल जाती है। उम्मीद करता हूँ आपको बारकोड की सामान्य जानकारी हो प्राप्त हो ही गयी होगी कि यह किस काम आता है।

बारकोड का इतिहास 

अब हम आपको बार कोड के इतिहास के बारे में बताने जा रहे कि आखिर बार कोड कब और क्यों बनाया गया और सबसे पहले बारकोड किसने बनाया था।

बारकोड कब और किसने बनाया था ?

1949 में 2 अमेरिकी छात्र नॉर्मन जोसेफ वुडलैंड और बर्नार्ड सिल्वर की द्वारा पहली बार बार कोड का पहला पेटेंट अमेरिका में द्वारा दायर किया गया था। और इन्ही दोनों ने फिर मिलकर 1952 में बारकोड नाम की कंपनी की शुरुआत की थी। जिसे उस समय बारकोड कॉर्पोरेशन ऑफ अमेरिका के नाम से भी जाना था।

बारकोड क्यों बनाया गया

जैसा कि आपको मालूम है बार कोड से हम आसानी से किसी भी प्रोडक्ट या सामान के बारे में पता कर सकते है तो यही कारण है बारकोड बनाने के पीछे। क्यूंकि अगर बरकड़े नहीं होता तो सायद हमें किसी भी सामान के बारे में जानकारी या फिर उसकी कीमत का अंदाजा लगाने में काफी मुश्किल होती तो इस मुश्किल से काम को आसान बनाने के लिए इस बारकोड का इजात किया गया।

पहली बार बारकोड का उपयोग कब और कहा हुआ

1966 में पहली बार बार कोड का कमर्सिअल या कहे तो व्यावसायिक उपयोग रेलरोड कारों को लेबल करने के लिए किया गया था। और फिर इस बार कोड का उपयोग कई और जगह भी हुआ लेकिन ये बस इस प्रोडक्ट की जाँच करने के लिए किया गया था की यह कितना कारगर है। और फिर 1974 में पहली बार अमेरिका के ओहायो में स्थित एक किराने की दुकान पर बारकोड को स्कैन करने या कहे तो बारकोड रीडर या बारकोड स्कैनर का प्रयोग किया गया।

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और यह इतना कारगर साबित हुआ कि इसने उस समय एक क्रांति ला दी थी। और फिर धीरे धीरे इसका उपयोग हर जगह होने लगा जिससे दुकानों में काम और भी तेजी से होने लगा।

बारकोड का इस्तेमाल कहाँ कर सकते है

वैसे तो शायद इस सवाल का जवाब आपको पहले से ही मालूम होगा क्यूंकि आपने बहुत जगह इन बार कोड को देखा होगा। लेकिन जिनको पनही पता उनकी जानकारी के लिए हम उन्हें बता देते है कि इसका उपयोग रिटेल, मतलब जो किराने की दुकाने होती है उनके सामान या उन प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल होता है इसी के साथ मेनुफेक्चरिंग में भी इसका उपयोग किया जाता है। ऐसे ही कई कामो में इसका उपयोग होता है। साधारण उदाहरण से समझे तो जिन सामान को आप ट्रैक करना चाहते है उन पर ये कोड लगा होता है। और ये आपके और रिटेलर की सुविधा के लिए प्रोडक्ट्स पर लगाया जाता है।

बारकोड के प्रकार

वैसे तो बार कोड कई प्रकार के होते है जैसे UPC (Universal Product Code), Code 39, Code 128, QR code (Quick Response code) और Data Matrix. जोकि अलग अलग जगह इनका प्रयोग किया जाता है आप एक ही बारकोड को हर जगह इस्तेमाल नहीं कर सकते है। फिलहाल हम आपको 2 बारकोड के बारे में बताने वाले है इससे आपको समझ आ जायेगा कि किस जगह पर और किस तरीके से इन कोड का इस्तेमाल किया जाता है।

  • UPC (Universal Product Code) : यह बार कोड वैसे तो खुदरा या कहे तो जो हमारी रोजमर्रा की चीजे है या फिर यूँ समझ लीजिये की किराने की दुकान पर जो भी सामान उपलब्ध होता है वह पर इस UPC नामक बार कोड का इस्तेमाल किया जाता है।

यह UPC कोड 12 अंको या कहे तो 12 डिजिट का होता है। जिसमे दिए गए सबसे पहले के 6 अंक उस प्रोडक्ट को और उसके साथ साथ उस प्रोडक्ट को बनाने वाली कम्पनी के बारे में जानकारी उपलब्ध करता है। और आगे के 6 अंक उस प्रोडक्ट को दर्शाते है जो आपने लिया है।

मान लीजिये आपने एक चिप्स का पैकेट लिया तो उसमे मौजूद बारकोड के पहले के 6 अंक यह बताएँगे की यह किस कंपनी का है और यह एक चिप्स का पैकेट है। और आखिरी के 6 अंक यह दर्शाते है कि यह चिप्स कौनसा है मान लीजिये की इसका क्या फ्लेवर इत्यादि है।

  • कोड 39: इस कोड का उपयोग सामान्यतः किसी चीज मैनुफैक्टरिंग और मेडिकल की चीजों पर उपयोग किया जाता है। यह बारकोड अल्फ़ान्यूमेरिक होता है जिसका मतलब ये है कि इस कोड में कुछ अंग्रेजी के लैटर यानि ABCD इस प्रकार से होंगे और कुछ अंको के रूप में भी होंगे। इसका उपयोग सिर्फ इन्वेंटरी के प्रोडक्ट्स पर ही इस्तेमाल किया जाता है।

बारकोड कैसे बनाया जाता है

चाहते हैं कि आपका एक खुद का बारकोड हो या फिर आप खुद से ही बारकोड बनाना चाहते है तो आपको हम बताना चाहते है कि आज के समय में ये बार कोड बनाना काफी आसान है और इसे बनाने के लिए आज बहुत सारे सॉफ्टवेयर भी मौजूद है। जिनकी मदद से आप खुद का एक नया और जितने चाहे उतने बार कोड बना सकते है। जैसा कि मैंने आपको ऊपर बारकोड के कुछ उदाहरण दिए थे उनमे से आप अपनी पसंद का या जिस बार कोड की जरूरत आपको है वो कोड बना सकते है। नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके आप एक नया बारकोड क्रिएट कर सकते है।

  • Barcode Generator: सबसे पहले आपको एक बार कोड जनरेटर की जरूरत पड़ेगी जो की आप ऑनलाइन सर्च करके भी देख सकते है। आपको बहुत सारे सॉफ्टवेयर देखने को मिल जायेंगे।
  • Submit The Details: जब आप सॉफ्टवेयर डाउनलोड और इंस्टॉल कर लेंगे तो उसके बाद और फिर आपको इसमें कुछ जायेंगे जिसके लिए भी आपको ये कोड बनाना है उसे सेलेक्ट ले, अगर आपको Payments Codes का बारकोड बना है तो उसके डिटेल सबमिट कर सकते है। माना आपको कोड 39 बारकोड बनाना है तो आपको अपने हिसाब से अल्फानुमारिक कोड डालना होगा। और उसके बाद पूछे गए प्रोडक्ट के बारे में और जानकारियां भी भर ले।
  • अब इसके बाद आपसे जितनी भी जानकारियां भरने के लिए कहा जाये वो सब जानकारी सही से भर ले।
  • Download Your created Barcode: अब जब आप सारी जानकारियां सही से भर लेंगे तो आप अपने बार कोड को अपने कंप्यूटर पर डाउनलोड कर ले। और जिस भी प्रोडक्ट के लिए आपने ये बार कोड बनाया है उस पर आप इसे सही तरीके से चिपका ले।

लेकिन एक बात का ध्यान जरूर रखना जो बार कोड आपने बनाया है सबसे पहले उसकी जाँच करना आवश्यक है। आप बारकोड स्कैनर के जरिये उसकी जाँच कर ले की ये काम कर रहा है या नहीं। अगर सही से काम कर रहा है तो आप इसका इस्तेमाल कर सकते है।

बार कोड कैसे काम करता है

जैसा कि मैंने आपको बताया है किसी भी प्रोडक्ट में जो बार कोड लगा होता है वह प्रोडक्ट के डिटेल्स बताता है इसके लिए आपको बार कोड स्कैनर की जरुरत पड़ेगी। ये बारकोड स्कैनर आजकल हमारे स्मार्टफोन में मौजूद होता है। इसके लिए आपको प्ले स्टोर या फिर अप्प स्टोर से एप्लीकेशन डाउनलोड करना होगा। जिसकी मदद से आप किसी भी बरकड़े को आसानी से स्कैन कर सकते है।

निष्कर्ष

इस आर्टिकल में हमने आपको बारकोड के बारे में महत्वपूर्ण जानकारिया उपलब्ध कराई है। साथ ही साथ हमने ये भी बताय है कि आप खुद का कोड कैसे बना सकते है। अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा तो कृपया अपनी प्रतिक्रिया कमेंट में अवस्य दीजियेगा। और अगर हमसे कोई होगी और उस पर आप कुछ सुझाव देना चाहते है तो आप उसके लिए भी कमेंट में अपना सुझाव जरूर प्रकट करे।
धन्यवाद!

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